जम्‍मू कश्‍मीर की सुरक्षा में बडी चुक घुसे 600 पाकिस्‍तानी कमांडो!!

  जम्‍मू  कश्‍मीर की सुरक्षा में बडी चुक घुसे 600 पाकिस्‍तानी कमांडो!!


 घटना का ज़िक्र करते हुए हम एक ऐसी परिस्थिति की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं जिसका हमें लंबे समय से भय था। डर का कारण यह था कि जम्मू-कश्मीर के जम्मू क्षेत्र में हाल ही में आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही थी। इससे एक क्षण के लिए ऐसा लग रहा था कि आतंकवादी कश्मीर घाटी में असफल हो रहे हैं, इसलिए उन्होंने अपना ध्यान जम्मू क्षेत्र की ओर मोड़ लिया है। इस कारण से जम्मू क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाएं देखी जाने लगीं।


हाल ही में सेना के उच्च अधिकारियों द्वारा किए गए दावों से यह संकेत मिलता है कि यह कोई सामान्य आतंकी हरकत नहीं थी, बल्कि प्रॉपर तरीके से प्रशिक्षित कमांडो द्वारा की गई गतिविधि थी। इसके बाद, भारत सरकार ने त्वरित कार्रवाई की और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के उच्च अधिकारियों को समय से पहले ही उनके पद से हटा दिया। यानी कि BSF, जो भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा का काम संभालती है, उसके प्रमुख अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से हटा दिया गया है। इसका मतलब है कि निश्चित रूप से कुछ सुरक्षा चूकें थीं जिनके चलते ये कड़े कदम उठाए गए हैं।


लेकिन यह चर्चा क्यों हो रही है? इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि भारत ने हाल ही में कारगिल विजय के 25 साल पूरे किए हैं। हमारे पड़ोसी देश, पाकिस्तान, ने अपने पिछले कारगिल के हार का बदला लेने का प्रयास किया। यह संभव है कि हाल के आतंकवादी हमले पाकिस्तान के प्रशिक्षित कमांडो द्वारा किए गए हों, जो जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ कर चुके हों। इसके परिणामस्वरूप जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी घटनाएं बढ़ी हैं।


भारत सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि को देखते हुए, सरकार ने BSF के प्रमुख अधिकारियों को हटा दिया है और नए अधिकारियों को नियुक्त किया है। 


अब देखते हैं कि घटनाओं का सिलसिलेवार विवरण क्या है। जम्मू-कश्मीर, जिसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है, में जब अनुच्छेद 370 को हटाया गया, तब इसे पूरी तरह से भारत सरकार के नियंत्रण में लाया गया। इसके बाद, घाटी में शांति देखी गई, जो बहुत से लोगों को रास नहीं आई, विशेष रूप से पाकिस्तान के। 


कश्मीर में हालात सामान्य होने के बाद, आतंकवादी जम्मू क्षेत्र में शिफ्ट हो गए। यहां पर कुछ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिया गया, जिससे जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी घटनाएं बढ़ गईं। जम्मू क्षेत्र में राजौरी, रियासी, पुंछ जैसे क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई है। 


हाल ही में, आतंकवादी घटनाओं में 28 लोग मारे गए हैं और 24 एनकाउंटर्स हुए हैं। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा की कमी थी। इसके बाद, भारत सरकार ने BSF के प्रमुख अधिकारियों को हटा दिया। 


अंत में, हम कह सकते हैं कि आतंकवादियों की यह गतिविधि किसी प्रशिक्षित कमांडो द्वारा की गई थी, न कि सामान्य आतंकवादियों द्वारा। यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसे पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित किया गया हो। 


भारत सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं और सुरक्षा बलों के बीच समन्वय में सुधार किया है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में जम्मू क्षेत्र में शांति बहाल होगी और आतंकवादी गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।

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